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Day 24

ईष्र्या को नष्ट न होने दें..!
जब हम तुलना करते हैं तो हम भ्रमित हो जाते हैं और चाहते हैं कि दूसरों के पास जो कुछ भी है उसका उपयोग करने के बजाय भगवान ने हमें अपने विशिष्ट मिशन के लिए सुसज्जित किया है।
परमेश्वर चाहता है कि हम अपने मूल्य की भावना के लिए उसके पास जाएं, लेकिन जब हम अपनी बुद्धि पर भरोसा नहीं करते हैं और भरोसा करते हैं, तो हम खुद को आपदा के लिए खोल देते हैं।
एक शांत हृदय स्वस्थ शरीर की ओर ले जाता है; ईर्ष्या हड्डियों में कैंसर की तरह है..
भोर का दिन मेरे लिए रहस्योद्घाटन लाए
आपकी कोमल, अटूट प्रेम की।
मेरे मार्ग के लिए मुझे प्रकाश दो और मुझे शिक्षा दो, क्योंकि मुझे तुम पर भरोसा है।
मैं केवल वह सब मानना चाहता हूँ जो आप मुझसे पूछते हैं।
इसलिये हे यहोवा, मुझे शिक्षा दे, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है।
आपकी दयालु आत्मा ही मुझे चाहिए, इसलिए मुझे अच्छे रास्तों पर ले चलो
जो आपको प्रसन्न करते हैं, मेरे एकमात्र भगवान! ..
“तब मैंने देखा कि ज्यादातर लोग सफलता के लिए प्रेरित होते हैं क्योंकि वे अपने पड़ोसियों से ईर्ष्या करते हैं। परन्तु यह भी व्यर्थ है—जैसे हवा का पीछा करना…” (सभोपदेशक ४:४)

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December 26

See to it that you do not refuse him who speaks. If they did not escape when they refused him who warned them on earth, how much less will we,

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December 17

Live in harmony with one another. Do not be proud, but be willing to associate with people of low position. Do not be conceited. —Romans 12:16. “Don’t be conceited!” That’s

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December 16

Rejoice with those who rejoice; mourn with those who mourn. —Romans 12:15. While misery & grief can lead many of us to withdraw and hide. So, let’s remember those who

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