ईश्वर को उन सभी कारणों को न बताएं जिन्हें आप आशीर्वाद नहीं दे सकते, आप ठीक नहीं हो सकते, आप अपने सपने को पूरा नहीं कर सकते।
आप इसे सिर्फ मानवीय नजरिए से देख रहे हैं – एक नया नजरिया रखें..
इसे उस नज़र से देखें जिस तरह से परमेश्वर इसे देखता है और जो उसने अपने वचन में कहा है उस पर विश्वास करना चुनें।
अपने विश्वास को बढ़ाओ! अपने विश्वास को बढ़ाओ!
निम्नलिखित पर विचार करें जब यह उन तरीकों की बात आती है जो परमेश्वर आपको बताना चाहते हैं:
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ करें।
परमेश्वर चाहता है कि आप कुछ करना बंद कर दें।
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ दें।
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ कहें।
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ कहना बंद कर दें।
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ बेचें।
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ खरीदें। (संभवत: किसी व्यक्ति या सेवाकाई की जरूरत के लिए)
भगवान चाहते हैं कि आप कुछ शुरू करें।
परमेश्वर चाहता है कि आप कुछ समाप्त करें।
भगवान चाहते हैं कि आप किसी से प्यार करें।
परमेश्वर आज आपको फैलाना चाहता है! उसके लिए खुले रहो! आपकी मदद करने के लिए आपके पास आपका कोच पवित्र आत्मा है..
जैसा कि आप निर्देशों का पालन करते हैं, भगवान आपके लिए असंभव चीजों को संभव बनाना चाहते हैं।
“यीशु ने उत्तर दिया, “मनुष्य के लिए जो असंभव है वह परमेश्वर से संभव है”……”(लूकस 18:27)
April 28
[The evil men who killed Jesus] did what your power [O God,] and will had decided beforehand should happen. —Acts 4:28. The cross of Golgotha and the sacrifice of Jesus