आप गिद्ध की तरह उड़ नहीं सकतें अगर आपका मन मुर्गियों की तरह चोंच मारने पर अटका हुआ है..!
अपना दिमाग ऊपर की चीजों पर लगाएं, न कि उन चीजों पर जो धरती पर हैं..
आपके सोचने का तरीका बदलने से आपका नजरिया बदल जाता है जो आपके आशीर्वाद के प्रवाह को बदल देता है..
कभी-कभी ऐसा करना आसान कहा जा सकता है, इसलिए धर्मग्रंथ को अपने जीवन पर लागू करने के कुछ व्यावहारिक तरीके यहां दिए गए हैं:
1. नकारात्मक विचारों को लिखिए।
2. इसे परिभाषित करें (वास्तव में इसे शब्दकोश में देखें)।
3. देखें कि परमेश्वर का वचन उस नकारात्मक विचार के बारे में क्या कहता है। उसे लिखें। याद करें ।
4. परमेश्वर का वचन ज़ोर से बोलें या दोहराएं।
5. वचन पर मनन करें और पवित्र आत्मा को आपको सिखाने दें और जो आपको अपने विपरीत परिस्थिति से बाहर आने में आपकी मदद करेगा और ईश्वर को धन्यवाद अदा करते रहे की आपकी प्रार्थना सुन ली गई है।
6. वचन का अध्ययन करने और वचन को अधिक समझने के लिए प्रासंगिक शिक्षाओं को सुनें।
“यदि आप लोग मसीह के साथ ही जी उठे हैं- जो ईश्वर के दाहिने विराजमान हैं- तो ऊपर की चीजें खोजते रहें।
आप पृथ्वी पर की नहीं, ऊपर की चीजों की चिन्ता किया करें।”( कलोसियो 3:1-2)