ईर्ष्या, क्रोध, नाराजगी और असुरक्षा सब भय में उबल जाते हैं..!
और आमतौर पर इसका आपसे बहुत कम लेना देना होता है और दूसरों और उनके अपने जीवन के बारे में अधिक होता है..
वे शायद अपने जीवन की तुलना आपके साथ कर रहे हैं और डरते हैं कि वे माप नहीं पाएंगे।
“भयभीत मन वालों से कहो, “मजबूत बनो, और मत डरो, क्योंकि तुम्हारा ईश्वर तुम्हें बचाने आया है” ….”(इसायाह 35:4)
January 21
You see, at just the right time, when we were still powerless, Christ died for the ungodly. Very rarely will anyone die for a righteous man, though for a good