अवसर से पहले तैयारी करनी पड़ती है..!
यदि दाऊद ने कभी भी सितार में महारत हासिल नहीं की होती, तो उसे साऊल के लिए खेलने के लिए नहीं चुना जाता, और साऊल ने उस पर ध्यान नहीं दिया होता।
यदि दाऊद ने सिंह और भालू को कभी नहीं मारा होता, तो साऊल दाऊद को गोलियत का सामना नहीं करने देता और इस्राएलियों ने दाऊद को राजा के रूप में स्वीकार नहीं किया होता।
अगर डेविड ने तैयारी नहीं की होती, तो वह मौका गंवा देता (बर्बाद)कर देता।
क्या आप उन लोगों को देखते हैं जो अपने काम में कुशल हैं? वे राजाओं की सेवा करेंगे; वे आम लोगों की सेवा नहीं करेंगे..
“अगर कुल्हाड़ी नीरस है और उसकी धार तेज नहीं है, तो अधिक ताकत की जरूरत है, लेकिन कौशल सफलता लाएगा”.…”(उपदेशक 10:10)
February 23
And let us consider how we may spur one another on toward love and good deeds. Let us not give up meeting together, as some are in the habit of