अपने और अपनी परिस्थिति के बारे में नकारात्मक शब्द बोलना , भले ही अनजाने में ही क्यो न हो आपके भाग्य को प्रभावहीन (रद्द) कर सकता है•••••!
यहां तक कि जब आपके पास क्या नहीं है या आपके पास जो नकारात्मक है, उसके बारे में बात करने के लिए ललचाए नही हैं, तो इसके अधीन न होए और इसके बारे में अपना मुंह खोलें•••••
जब प्रभु ने आपको अपना वारिस कहा है तो शैतान को अपने जीवन पर गढ़ न बनने दें..!!
दो तरह की आवाजें आज आपका ध्यान खींचेंगी। नकारात्मक आपके मन को संदेह, कटुता और भय से भर देते हैं। आशा और शक्ति लाने वाले सकारात्मक शब्द। आप किसके बारे में सुनना और बोलना पसंद करेंगे?
क्योंकि हृदय के अतिप्रवाह से मुंह बोलता है..
जीवन बोलें..!
“जीभ में जीवन और मृत्यु की शक्ति है, और जो इसे प्यार करते हैं वे इसका फल खाएंगे ……”(सूक्ति ग्रंथ18:21)
June 2
What shall we say, then? Shall we go on sinning so that grace may increase? By no means! We died to sin; how can we live in it any longer?