आप जो देखते हैं और महसूस करते हैं, उसके आधार पर संसार ने आपको चीजों को कहने के लिए तैयार किया है, लेकिन ईश्वर कहते हैं कि आपको चीजों को अपने वचन में ईश्वर ने जो कहा है, उसके आधार पर कहना है, न कि आप जो देखते हैं और महसूस करते हैं•••••
आप जो देखते हैं और महसूस करते हैं वह तथ्य हैं। जब आप वह बोलते हैं जो परमेश्वर तथ्यों के बारे में कहता है, उसका वचन जो सत्य है और कभी नहीं बदलता है, उसमें तथ्यों को नए तथ्यों में बदलने की शक्ति होती है जो परमेश्वर के वचन के साथ संरेखित होते हैंl•••
परमेश्वर के वचन के अनुसार आप जो बोलते हैं उस पर विश्वास करें – वह हो जाएगा..!
“हमारे पास वही विश्वास की आत्मा है जो धर्मग्रंथ में वर्णित है जब वह कहता है, “पहले मैंने विश्वास किया, फिर मैंने विश्वास में बात की।” तो हम भी पहले विश्वास करते हैं फिर विश्वास में बोलते हैं। ”……..”(2 कॉरिंथियों 4:13)
December 9
Love must be sincere. Hate what is evil; cling to what is good. —Romans 12:9. Our love cannot be feigned, faked, or fickle! That means that we abhor evil. We