शब्द “विश्वास” का प्रयोग सुसमाचारों में सबसे अधिक बार किया जाता है••••
जब हम अनिश्चित और कठिन समय का सामना करते हैं तो ईश्वर की उपस्थिति और शक्ति को हम आसानी से भूल जाते है ••••
हमारा विश्वास डगमगाता है और हमें संदेह होता है कि ईश्वर हमारे साथ है, कभी-कभी यह भी संदेह होता है कि वह वास्तविक है और जो कहता है कि वह है•••••
परमेश्वर जानता था कि हम अविश्वास के साथ संघर्ष करेंगे और बाइबल के माध्यम से हमें आश्वस्त करने वाले वचन बोले हैं••••
लक्षणों और जो आप देखते हैं उसके बावजूद लोगों और स्थितियों में सर्वश्रेष्ठ विश्वास करना चुनें, केवल इसलिए कि वचन हमें ऐसा करने के लिए कहता है और बाकी काम प्रभु करेंगे और आपका सम्मान करेंगे..!
विश्वास अदृश्य में विश्वास करना है और ईश्वर विश्वास से प्रसन्न होते हैं ..
“यही कारण है कि मैं आपसे कहता हूं प्रार्थना में जो कुछ भी मांगते हो , उस पर साहसपूर्वक विश्वास करने का आग्रह करता हूं – आश्वस्त रहें कि आपने इसे प्राप्त कर लिया है और यह आपका होगा …” (मारकुस 11:24)
June 2
What shall we say, then? Shall we go on sinning so that grace may increase? By no means! We died to sin; how can we live in it any longer?