जीवन को प्रभु के दृष्टिकोण से देखना प्रज्ञा है, और निर्णय लेने की क्षमता प्रभु के निर्णय लेने की क्षमता है..!
ईश्वर ने आपको प्रज्ञा देने का प्रतिज्ञा किया है – यदि आप इसे सही दृष्टिकोण के साथ मांगते हैं, जो विश्वास में है••• ईश्वर विश्वास से प्रसन्न होते हैं और उन लोगों के विश्वास को प्रतिफल देते हैं जो उसे पूरी लगन से खोजते हैं•••
“यदि तुम में से किसी में प्रज्ञा की कमी हो [उसे निर्णय या परिस्थिति में मार्गदर्शन करने के लिए], तो वह [हमारे दयालु] ईश्वर से मांगे, जो सभी को उदारता से देता है और बिना किसी फटकार या दोष के, और वह उसे दिया जाएगा। लेकिन उसे विश्वास में [प्रज्ञा के लिए] पूछना चाहिए, संदेह किए बिना [परमेश्वर की सहायता करने की इच्छा], क्योंकि जो सन्देह करता है वह समुद्र की लहर के समान है जो हवा से उड़ा और उछाला जाता है। क्योंकि ऐसे मनुष्य को यह सोचना या आशा नहीं करनी चाहिए कि उसे प्रभु से कुछ मिलेगा [बिल्कुल भी], क्योंकि वह दुराग्रही है, •••( याकूब 1:5-8)
January 15
Know that the Lord is God. It is he who made us, and we are his; we are his people, the sheep of his pasture. —Psalm 100:3. God made us and