Welcome to JCILM GLOBAL

Helpline # +91 6380 350 221 (Give A Missed Call)

ईसाई आध्यात्मिक शत्रुता की दुनिया में हैं जहां हमारे विश्वास से समझौता करने का प्रलोभन हर दिन हमारे साथ होता है•••••
समझौता किए गए जीवन के साथ जीने की अपेक्षा सत्यनिष्ठा के साथ मरना कहीं अधिक बेहतर है •••••
धरती पर कुछ भी नर्क में जाने लायक नहीं है..!
सत्यनिष्ठा वाले लोग सुरक्षित चलते हैं, लेकिन टेढ़े-मेढ़े रास्तों पर चलने वाले बेनकाब हो जाते हैं..
सत्यनिष्ठा पर चलने वाला निर्धन व्यक्ति उस धनवान से अच्छा है जो टेढ़े मेढे रास्तों पर चलता है••••
अगर आप सही काम करते हैं, तो आपकी ईमानदारी आपका मार्गदर्शक होगी। लेकिन अगर आप कुटिल हैं, तो आप अपनी ही बेईमानी में फंस जाएंगे•••••
प्रभु सब झूठों से बैर रखता है, परन्तु वह उन सबका मित्र है जिस पर भरोसा किया जा सकता है•••••
धर्मी व्यक्ति जो सत्यनिष्ठा में चलता है और अपने ईश्वरीय विश्वासों के अनुसार जीवन जीता है – उसके बाद उसके संतान कितने धन्य, खुश और आध्यात्मिक रूप से सुरक्षित हैं, जिनके पास उसका अनुसरण करने के लिए उदाहरण है।
अपना अंतःकरण साफ रखें। तब यदि लोग आपके विरोध में बातें करेंगे, तो जब वे देखेंगे कि आप कितना अच्छा जीवन जीतें है, तो वे लज्जित होंगे, क्योंकि आप मसीह के है..

“हे मेरे प्रभु, मैं यह जानता हूं, कि तू हमारे हृदयों की थाह लेता है, और हृदय की सच्चाई से प्रसन्न होता है। ….(1 इतिहास 29:17‬)

Archives

December 30

“Or again, how can anyone enter a strong man’s house and carry off his possessions unless he first ties up the strong man? Then he can rob his house.” —Matthew

Continue Reading »

December 29

Therefore, since we are receiving a kingdom that cannot be shaken, let us be thankful, and so worship God acceptably with reverence and awe, for our “God is a consuming

Continue Reading »

December 28

Now you are the body of Christ, and each one of you is a part of it. —1 Corinthians 12:27. What part of the Body are you? What’s your function?

Continue Reading »