परमेश्वर के वचन के माध्यम से आपके लिए उपलब्ध रहस्योद्घाटन यह निर्धारित करते हैं कि आप क्या बनते हैं और जीवन में कितनी दूर तक बढ़ते हैं•••••
आपको अपने जीवन में परिस्थितियों को बदलने के लिए यह अति आवश्यक है कि इन ताकतों को लागू करने के लिए तैयार रहना होगा••••
परिस्तिथियां तभी बदलेगी जब आप उन्हें बदलने के लिए काम करेंगे•••••!
ईश्वर ने पहले ही अपने वचन के द्वारा हमें अपनी कृपा प्रदान कर दी है•••• जिस हद तक हम अपने विश्वास को उसकी कृपा से मिलाते हैं, उतनी ही अभिव्यक्ति हम अपने जीवन में देखेंगे••••
और विश्वास के बिना परमेश्वर को प्रसन्न करना असंभव है, क्योंकि जो कोई ईश्वर के पास आता है उसे विश्वास करना चाहिए कि वह मौजूद है और वह उन्हें प्रतिफल देता है जो उसे ईमानदारी से खोजते हैं•••••
“क्योंकि उसकी कृपा ने विश्वास द्वारा आप लोगों का उद्धार किया है। यह आपके किसी पुण्य का फल नहीं है। यह तो ईश्वर का वरदान है”•••••••( एफेसियों 2:8)
May 3
Do not be quick with your mouth, do not be hasty in your heart to utter anything before God. God is in heaven and you are on earth, so let