पहला बुद्धिमान निर्णय जो आपको करने की आवश्यकता है वह है यीशु का अनुसरण करना – आपको बस उसके निमंत्रण का जवाब देने और उसके प्रति प्रतिबद्धता बनाने की आवश्यकता है••••••!
पवित्र, ईश्वरीय जीवन का निर्माण करने वाली चीजों के प्रति प्रतिबद्ध रहें – मसीह की समानता परमेश्वर के वचन के माध्यम से मसीह जैसी प्रतिबद्धताओं को करने से आएगी•••••!!
मेरे शब्द यीशु के शब्दों की तरह•••••
मेरे विचार यीशु के विचारों की तरह•••••
मेरा जज्बा और भावनाएं यीशु के जज्बों और भावनाओं की तरह••••••
मेरे फैसले जैसे यीशु के फैसले•••••
मेरे कार्य यीशु के कार्यों की तरह••••••
मेरी आदतें जैसे यीशु की आदतें••••••
मेरा चरित्र यीशु के चरित्र जैसा है•••••
मेरी मंजिल यीशु की मंजिल जैसी••••••
प्रतिदिन इस प्रश्न का उत्तर दें। यीशु क्या करेंगे?
इस दुनिया के लोगों की तरह मत बनो, लेकिन ईश्वर को आपके सोचने का तरीका बदलने दो। तब आप जानेंगे कि वह सब कुछ कैसे करना है जो उसे अच्छा और प्रसन्न करता है••••••
आप इस संसार के अनुकूल न बनें, बल्कि सब कुछ नई दृष्टि से देखें और अपना स्वभाव बदल ले।इस प्रकार आप जान जायेंगे कि ईश्वर क्या चाहता है और उसकी दृष्टि में क्या भला, सुग्रह्याय और सर्वोत्तम है••••••,( रोमियों 12:2)