आपकी प्रतिबद्धताएं आपका विकास कर सकती हैं, या वे आपको नष्ट कर सकती हैं•••••
याद रखें, हर चुनाव के शाश्वत परिणाम होते हैं, इसलिए बुद्धिमानी से चुनें क्योंकि ये प्रतिबद्धताएं ही आपको परिभाषित करती हैं..!!
कुछ भी करने से पहले,
अपना भरोसा पूरी तरह से ईश्वर पर रखें न कि खुद पर••••
तब आपकी बनाई हर योजना सफल होगी।
प्रभु अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए सब कुछ एक साथ करता है।
दुष्ट भी उसकी योजनाओं में शामिल हैं—-
वह उन्हें विपत्ति के दिन के लिये अलग रखता है•••••
यहोवा सब घमण्डियों का तिरस्कार करता है,
अहंकार ही उसकी सजा को आकर्षित करता है-
और आप उसे गिन सकते है ..
“इसलिए याद रखो कि तुम्हारा प्रभु ईश्वर सच्चा और सत्यप्रतिज्ञ ईश्वर है। जो लोग उसे प्यार करते और उसकी आज्ञाओं का पालन करते है वह उनके लिए हज़ार पीढ़ियों तक अपनी प्रतिज्ञा और अपनी कृपा बनाए रखता है…”( विधि विवरण ग्रन्थ 7:9)
June 2
What shall we say, then? Shall we go on sinning so that grace may increase? By no means! We died to sin; how can we live in it any longer?