आप तथ्यों के बारे में सही हो सकते हैं, लेकिन सत्य के बारे में गलत..!
हो सकता है कि यह एक बुरी रिपोर्ट हो – कार्यालय पर, घर पर, या स्वास्थ्य के मामले में भी, और तथ्य आपकी दिव्यता को घूर रहे हों••••••
बाधाओं को खुद पर हावी न होने दें•••••••
आप जो सोचते हैं वह एक असफल परिस्थिति है, ईश्वर के पास आपके असफल परिस्तिथि को चमत्कार में परिवर्तित करने का एक नायाब उपाय है••••••
सच तो यह है, ईश्वर ने प्रतिज्ञा किया है कि वह आपके साथ रहेगा चाहे कुछ भी हो – उसे पूरे हृदय से तलाशें••••••
याद रखे आप की समस्याओं की सच्चाई बाईबल के पन्नों में है – जिसे बहुत कम लोग तलाशते है•••••••!!
तब तुम स्वयं सत्य को जान जाओगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा••••••।
“मैं तुम्हारे लिए चिंतित हूं और तुम्हारी ओर एहसान की दृष्टि से देखूंगा;…मैं पहले की तरह आप पर लोगों को बसाऊंगा और आपको पहले से ज्यादा समृद्ध बनाऊंगा। तब तुम यह जान जाओगे कि मैं ही प्रभु हूं। ….
(एजेकियल 36:9,11)
June 2
What shall we say, then? Shall we go on sinning so that grace may increase? By no means! We died to sin; how can we live in it any longer?