असंभव प्रतीत होने वाली स्थिति से भयभीत (डरा हुआ, आतंकित, भयातुर, शंकित, हतोत्साहित) होने के बजाय, इसे आपको प्रेरित करने दें – अधिक प्रार्थना करने के लिए, अधिक विश्वास करने के लिए, अधिक प्रतीक्षा करने के लिए, ईश्वर की अपेक्षा करें !
लेकिन शैतान नहीं चाहता कि आप विश्वास करें कि परमेश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। वह आपको बार-बार बताएगा, “आपको क्या लगता है कि आप कौन हैं? आप ऐसा नहीं कर सकते। आपको क्या लगता है कि आप एक पुरुष या महिला हो सकते हैं” जब आप अपने जीवन में असंभव के लिए ईश्वर पर विश्वास करते हैं और उस पर भरोसा करते हैं, तो यह शैतान के लिए शर्मिंदगी है..
हो सकता है कि आपको अभी आपकी परिस्थिति असंभव की तरह दिख रहा हों। परमेश्वर की ओर ध्यान केंद्रित करें और उसके वादों पर भरोसा करें, और अपनी स्थिति को असंभव से संभव की ओर बढ़ते हुए देखें—और फिर उसे पूरा होते हुए देखें।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि स्थिति कितनी असंभव लगे ; आप निश्चित हो सकते हैं कि “जिसने आप में एक अच्छा काम शुरू किया है, वह उसे पूरा करेगा”। ईश्वर आपके जीवन में जो कार्य आरंभ करते हैं, वही उसे खत्म भी करेंगे ..
“ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है!……”(लूकस 1:37)
May 21
God made him who had no sin to be sin for us, so that in him we might become the righteousness of God. —2 Corinthians 5:21. Jesus was perfect, spotless,