ईर्ष्या, क्रोध, नाराजगी और असुरक्षा सब भय में उबल जाते हैं..!
और आमतौर पर इसका आपसे बहुत कम लेना देना होता है और दूसरों और उनके अपने जीवन के बारे में अधिक होता है..
वे शायद अपने जीवन की तुलना आपके साथ कर रहे हैं और डरते हैं कि वे माप नहीं पाएंगे।
“भयभीत मन वालों से कहो, “मजबूत बनो, और मत डरो, क्योंकि तुम्हारा ईश्वर तुम्हें बचाने आया है” ….”(इसायाह 35:4)
May 8
But God demonstrates his own love for us in this: While we were still sinners, Christ died for us. —Romans 5:8. God didn’t wait till we were “good enough” to