Welcome to JCILM GLOBAL

Helpline # +91 6380 350 221 (Give A Missed Call)

Day 24

ईष्र्या को नष्ट न होने दें..!
जब हम तुलना करते हैं तो हम भ्रमित हो जाते हैं और चाहते हैं कि दूसरों के पास जो कुछ भी है उसका उपयोग करने के बजाय भगवान ने हमें अपने विशिष्ट मिशन के लिए सुसज्जित किया है।
परमेश्वर चाहता है कि हम अपने मूल्य की भावना के लिए उसके पास जाएं, लेकिन जब हम अपनी बुद्धि पर भरोसा नहीं करते हैं और भरोसा करते हैं, तो हम खुद को आपदा के लिए खोल देते हैं।
एक शांत हृदय स्वस्थ शरीर की ओर ले जाता है; ईर्ष्या हड्डियों में कैंसर की तरह है..
भोर का दिन मेरे लिए रहस्योद्घाटन लाए
आपकी कोमल, अटूट प्रेम की।
मेरे मार्ग के लिए मुझे प्रकाश दो और मुझे शिक्षा दो, क्योंकि मुझे तुम पर भरोसा है।
मैं केवल वह सब मानना चाहता हूँ जो आप मुझसे पूछते हैं।
इसलिये हे यहोवा, मुझे शिक्षा दे, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है।
आपकी दयालु आत्मा ही मुझे चाहिए, इसलिए मुझे अच्छे रास्तों पर ले चलो
जो आपको प्रसन्न करते हैं, मेरे एकमात्र भगवान! ..
“तब मैंने देखा कि ज्यादातर लोग सफलता के लिए प्रेरित होते हैं क्योंकि वे अपने पड़ोसियों से ईर्ष्या करते हैं। परन्तु यह भी व्यर्थ है—जैसे हवा का पीछा करना…” (सभोपदेशक ४:४)

Archives

June 4

Even youths grow tired and weary, and young men stumble and fall; but those who hope in the Lord will renew their strength. They will soar on wings like eagles; they

Continue Reading »

June 3

Commit to the Lord whatever you do, and your plans will succeed. —Proverbs 16:3. The real question behind this promise is very simple: How do I define success for my plans?

Continue Reading »

June 2

Carry each other’s burdens, and in this way you will fulfill the law of Christ. —Galatians 6:2 This is another way of saying, “Love your neighbor as yourself,” or “Love

Continue Reading »