जीवन भर की यात्रा प्रभु के लिए “हाँ” के साथ शुरू होती है…!
प्रभु चाहते हैं कि आपका संपूर्ण हृदय और आपका संपूर्ण समर्पण उनकी अगुवाई में करें ..
भरोसा रखें कि प्रभु आपको सुसज्जित करने के लिए प्रकट होते हैं – जब आपने पहला कदम उठाया है..
जो मसीह में बने रहते हैं उन्हें सफल प्रार्थना का सौभाग्य प्राप्त होता है। “जो चाहो मांगो, और वह तुम्हें दिया जाएगा..
विश्वास, आत्मविश्वास और आराम के साथ पूछें, उनके वचन में अपने दिल से विश्वास करें, न कि इंद्रिय ज्ञान पर..
“यदि तुम मुझ में रहते हो [मुझ से एकता में रहो] और मेरे वचन तुम में बने रहते हैं और तुम्हारे हृदयों में जीवित रहते हैं, तो जो चाहो मांगो, और वह तुम्हारे लिए हो जाएगा।.…..”(योहन 15:7)
March 28
Where, then, is boasting? It is excluded. On what principle? On that of observing the law? No, but on that of faith. For we maintain that a man is justified